"पुष्पा 2: द रूल" का ऑफिशियल ट्रेलर देखकर दिल से यही कह रहा हूं, "बाप रे! ये जो आग लगाई है, उसका क्या कहें!" ट्रेलर ने एक नई ही दुनिया में ले जाकर, उस दुनियादारी से पूरी तरह से उबार लिया है, जहां पुष्पा राज का गुस्सा और उसका रूल सबसे बड़ा है। तो चलिए, एक अलग स्टाइल में बात करते हैं, जैसे हम किसी दोस्त को ट्रेलर दिखाकर समझा रहे हों।
पहला जो इम्पैक्ट है, वो है अल्लू अर्जुन के लुक्स और एक्शन का। भाई, वो जो ठेठ अंदाज में "पुष्पा" बोलता है, वो सीधा दिल में उतर जाता है। आंखों में वो जो आक्रोश और गुस्से का जलन है, वो पूरी फिल्म का फील दे जाता है। और भाई, ये जो जंगल से निकलकर बड़ा आदमी बनने का सफर है न, वो ट्रेलर में दमदार तरीके से दिखाया गया है। उसके हर स्टेप में एक राज़ की तरह दबाव और चुनौतियां हैं, जो उसे और भी बड़ा बनाती हैं।
अब फहद फासिल की बात करें तो, ओ भाई! इस आदमी के चेहरे की जो सख्ती है न, वो सीन में देखते ही बनती है। ट्रेलर में उसकी बॉडी लैंग्वेज, आवाज़, और उसे जो ट्विस्ट दिए गए हैं, वो दर्शकों को और भी ज्यादा खींचते हैं। फहद और अल्लू अर्जुन के बीच का पावर-पैक्ड टकराव देखना शानदार होने वाला है। जो लड़ाई और शक्ति संघर्ष का जो माहौल दिखाया गया है, वो एकदम अलग लेवल पर है।
लेकिन एक बात जो ट्रेलर में सबसे ज़्यादा मजेदार लगी, वो है म्यूजिक और बैकग्राउंड स्कोर। ट्रेलर की हर बीट पर जो थ्रिल है, वो आपको अपनी सीट से चिपकाए रखता है। "सू सू" का म्यूजिक, वो "पुष्पा" के डायलॉग्स और बैकग्राउंड म्यूजिक – हर चीज़ में एक खास हुक है, जो आपको पूरी फिल्म की उम्मीद दिलाती है।
फिल्म में रश्मिका मंदाना का किरदार भी एकदम ज़बरदस्त तरीके से दिखाया गया है। उसकी मौजूदगी से ट्रेलर में जो रोमांस और इमोशन्स का तड़का है, वो भी कहानी में अहम रोल निभाता है।
तो कुल मिलाकर, "पुष्पा 2" का ट्रेलर सिर्फ एक्शन और ड्रामा से भरपूर नहीं है, बल्कि उसमें एक नई शक्ति, एक नई पहचान की झलक भी है। फिल्म में जो सस्पेंस और ट्विस्ट होंगे, वो शायद हमारी सोच से भी कहीं ज्यादा होंगे। अगर आपने पहले "पुष्पा: द राइज" देखी है, तो समझ लीजिए, "पुष्पा 2" उससे कहीं आगे है। ये तो बस ट्रेलर है, पूरी फिल्म के लिए इंतजार करना पड़ेगा।
अब तो बस यही कहना चाहता हूं, "पुष्पा, तेरा... क्या कहना!"
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